अंजना

हनुमान जी की माता
(अंजनी से अनुप्रेषित)

अंजना वानरराज केसरी की पत्नी और हनुमान , मतिमान , श्रुतिमान , गतिमान , धृतिमान एवं केतुमान की माता थीं। ये पूर्व जन्म में देवराज इंद्र की एक अप्सरा पुंजिकथला थीं जिन्हें श्राप वश वानर जाति में जन्म लेकर वानर से ही विवाह कर छ: वानर शिशुओं को जन्म देना पड़ा था। इन्हें महादेव की अनन्य भक्त माना गया है। महादेव ने इनकी भक्ति से प्रसन्न होकर इन्हें इनके गर्भ से पुत्र रूप में उत्पन्न होने का वरदान दिया था।